झुग्गियों के कन्हैयालाल संग मनाई कृष्ण जन्माष्टमी
“जहाँ भक्ति हो, वहाँ बाँटने की भावना अपने आप जन्म लेती है।”
जन्माष्टमी — भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव — प्रेम, सादगी और सेवा का पर्व है।
इसी प्रेरणा को जीवन में उतारते हुए JGO Foundation (Jai Ganeshi Organiser Foundation) ने सुदामा तृप्ति प्रोजेक्ट के अंतर्गत इस वर्ष जन्माष्टमी को सुदर्शनानगर की शक्ति संगम व आस-पास झुग्गी-झोंपड़ियों में रहने वाले बच्चों के साथ मनाया।
राधा-कृष्ण प्रतियोगिता — नन्हे बच्चे राधा कृष्ण के बाल-स्वरूपों में सजे थे प्रतियोगिता
कार्यक्रम की शुरुआत शक्ति संगम की बहनों के बच्चों द्वारा आयोजित “राधा-कृष्ण बाल स्वरूपों प्रतियोगिता” से हुई।
इन नन्हे बच्चों अपने कोमल भावों से राधा-कृष्ण के स्वरूप बनाए।
हर छोटी मूर्ति में प्रेम, आस्था और उत्साह झलक रहा था —
मानो हर बच्चा अपने ही हाथों से कृष्ण जन्म का साक्षी बन रहा हो।
🎂 माखन-हांडी केक – भक्ति में मिठास का संगम
भक्ति और उत्सव को एक साथ जोड़ने के लिए फाउंडेशन की टीम ने जन्माष्टमी पर बच्चों को माखन-हांडी आकृति वाले केक भेंट किए।
टीम ने सुदामा तृप्ति प्रोजेक्ट के तहत 50 से अधिक राधा-कृष्ण को माखन-हांडी केक भेंट किए ।
और जब झुग्गी-झोंपड़ियों के नन्हे “कन्हैयालालों” के साथ 100 से अधिक केक कटे,
तो वह दृश्य किसी ब्रज के उत्सव से कम नहीं था —
हर बच्चे के चेहरे पर खिली मुस्कान ही उस दिन की सबसे बड़ी प्रसाद थी।
🎵 बांसुरी की मधुर धुन – भक्ति का उपहार
फाउंडेशन ने इस अवसर पर बच्चों को बांसुरी भी भेंट की,
जो न केवल एक वाद्य यंत्र थी, बल्कि कृष्ण की याद और उनकी लीलाओं का प्रतीक भी।
जब बच्चों ने बांसुरी बजाई, तो उन सुरों में भक्ति, मासूमियत और आनंद का अद्भुत संगम महसूस हुआ।
वहाँ न कोई भेदभाव था, न दूरी — बस एक ही भावना थी, सेवा में भक्ति और भक्ति में आनंद।
🌼 सुदामा तृप्ति प्रोजेक्ट – सेवा के माध्यम से तृप्ति
यह आयोजन केवल एक त्योहार मनाने का अवसर नहीं था,
बल्कि सुदामा तृप्ति प्रोजेक्ट के माध्यम से समाज के उन बच्चों तक खुशियाँ पहुँचाने का प्रयास था,
जिनके जीवन में साधन कम हैं, पर भावनाएँ असीम हैं।
फाउंडेशन का यह मानना है कि —
“त्योहार तभी सार्थक हैं जब हर घर में नहीं, हर हृदय में खुशी पहुँचे।”
🌿 सेवा, संस्कार और संस्कृति का संगम
इस पूरे आयोजन ने यह संदेश दिया कि जब हम दूसरों के जीवन में आनंद बाँटते हैं,
तो वही सच्ची पूजा और सच्चा कृष्ण प्रेम होता है।
जन्माष्टमी पर JGO Foundation ने न केवल भक्ति का उत्सव मनाया,
बल्कि उसे सेवा और समर्पण के माध्यम से समाज में उतारा।
💬 अंत में
“कृष्ण का जन्म हर उस दिल में होता है, जो प्रेम बाँटता है।”
इस जन्माष्टमी पर JGO Foundation की टीम ने दिखाया कि
जब भक्ति सेवा से जुड़ती है, तो हर झुग्गी, हर बस्ती एक ब्रजधाम बन जाती है।
🌸 Jai Ganeshi Organiser Foundation
“आत्मो मोक्षार्थं जगत हिताय च:”
📍 Bikaner, Rajasthan
📞 90506 67907 | 89057 16127
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